प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में मेला क्षेत्र की भगदड़ की जांच के लिए न्यायिक आयोग ने मंगलवार को संगम क्षेत्र का निरीक्षण किया। मौनी अमावस्या के मौके पर 28 जनवरी की रात मेला क्षेत्र में भगदड़ की घटना के बाद इस मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग के सदस्य सुबह संगम पहुंचे। आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के साथ रिटायर आईएएस डीके सिंह और रिटायर आईपीएस वीके गुप्ता ने घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने घटना से जुड़ी परिस्थितियों का आकलन किया और मेला क्षेत्र में भीड़ के प्रबंधन से संबंधित पहलुओं की गहराई से जांच की। टीम ने परेड मैदान से लेकर संगम द्वार तक का निरीक्षण किया, जहां भगदड़ की शुरुआत हुई थी।
जांच टीम ने सोमवार को सर्किट हाउस में मेला आयोजन से जुड़े अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के बयान दर्ज किए। टीम ने हादसे के समय भीड़ की स्थिति, उसके बढ़ने के कारण और उस वक्त की परिस्थितियों पर सवाल पूछे। आयोग ने यह जानने की कोशिश की कि भगदड़ के समय किस स्थान पर कितनी भीड़ थी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए गए थे। संगम नोज के पास की स्थिति को लेकर भी सवाल किए गए। बयान दर्ज करते समय आयोग ने हर पहलू पर विस्तार से चर्चा की और प्रत्येक अधिकारी से 30 से 45 मिनट तक गहराई से सवाल-जवाब किए गए।
जांच समिति अब दर्ज किए गए बयानों का मिलान करेगी और भगदड़ के पीछे की असल वजह का पता लगाएगी। आयोग ने घटना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में हुई खामियों और प्रबंधन की गलतियों को लेकर भी जानकारी जुटाई है। टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या भगदड़ से पहले भीड़ को नियंत्रित करने के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे या नहीं। आयोग ने साफ किया कि जांच के आधार पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है।