प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज महाकुंभ में टेंट सिटी की बुकिंग के नाम पर फर्जी वेबसाइटों का पर्दाफाश हुआ है। पर्यटन विभाग ने 8 से 15 ऐसी फर्जी वेबसाइटों की पहचान की है, जो श्रद्धालुओं से टेंट सिटी की बुकिंग के नाम पर पैसा वसूल रही हैं, लेकिन इन टेंट सिटीज़ का कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है।
संगम नगरी प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, लेकिन इसी बीच फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से कुंभ में टेंट सिटी की बुकिंग के मामले का खुलासा हुआ है। ऐसी 8 फर्जी वेबसाइटों का पता लगाया गया है, जो श्रद्धालुओं को धोखा देकर पैसे वसूल रही हैं।
प्रयागराज में श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की व्यवस्था के नाम पर फर्जी वेबसाइटों से ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है। पर्यटन विभाग ने ऐसी आठ फर्जी वेबसाइटों की पहचान की है, जिनके टेंट सिटी और टेंट कॉलोनी का कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है, फिर भी उनकी वेबसाइट पर बुकिंग लगातार हो रही है। इस स्थिति का पता चलने पर अब इन फर्जी वेबसाइटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। पर्यटन विभाग अराइवल झूसी में टेंट सिटी और परेड ग्राउंड में टेंट कॉलोनी का निर्माण कर रहा है, जहां श्रद्धालुओं को कम कीमत में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस बीच, ठग लोग फर्जी वेबसाइटें बनाकर मेले में बुकिंग कराकर लोगों से पैसे वसूल रहे हैं। हालांकि, अभी तक जमीन का आवंटन नहीं हुआ है, फिर भी ये ठग टेंट सिटी की बुकिंग जारी रखे हुए हैं। ऐसी फर्जी वेबसाइटों का खुलासा हुआ है, जिनमें उल्टा किला के पास टेंट सिटी बनाने का दावा किया जा रहा है, जहां एक कॉलोनी का किराया 8 से 15 हजार रुपये प्रतिदिन निर्धारित किया गया है। फर्जी वेबसाइटों का खुलासा होने के बाद कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित फर्जी वेबसाइटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।