प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के बारा गौरा गांव में निर्मित अमृत सरोवर अब अपनी बिगड़ती स्थिति की वजह से ग्रामीणों की चिंता का कारण बन गया है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया यह सरोवर अब देखभाल न होने के कारण जंगल जैसी स्थिति में पहुंच चुका है। तालाब के चारों ओर जंगली घास और झाड़ियां फैल गई हैं, वहीं कूड़ा और गाद जमा होने से इसकी सुंदरता खत्म हो गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि शुरुआत में सरोवर की सफाई और रखरखाव किया जाता था, लेकिन अब महीनों से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस उपेक्षा के कारण मच्छरों और अन्य कीटों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह जगह सुरक्षित नहीं रही। प्रधान प्रतिनिधि गुलाब गौड़ ने स्थिति को गंभीर मानते हुए आश्वासन दिया कि सफाई और मरम्मत का कार्य जल्द किया जाएगा।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि केवल आश्वासन पर्याप्त नहीं है। प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल कदम उठाना होगा, अन्यथा अमृत सरोवर केवल बदहाल ही रह जाएगा। उनका कहना है कि तालाब की नियमित देखभाल और आसपास हरियाली, पौधारोपण सुनिश्चित करने से न केवल सरोवर की सुंदरता बरकरार रहेगी, बल्कि यह स्थानीय पर्यटन और जल संरक्षण प्रयासों के लिए भी फायदेमंद होगा।
खंड विकास अधिकारी कौंधियारा अमित मिश्रा ने बताया कि जल्द ही सरोवर की सफाई कराई जाएगी और ग्रामीणों को जल्द सुधार की प्रक्रिया दिखाई जाएगी। अमृत सरोवर जैसी परियोजनाओं का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है, जिसे अब प्रभावी देखभाल से ही साकार किया जा सकता है।