प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में मिशन शक्ति फेज-5.0 के तहत गुरुवार को सर्किट हाउस में महिला जनसुनवाई आयोजित की गई, जिसका नेतृत्व उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य गीता विश्वकर्मा ने किया। इस कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की ओर से दर्ज कराई गई 15 शिकायतों की सुनवाई की गई। शिकायतों में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, अवैध कब्जा और अन्य सामाजिक समस्याएं शामिल थीं।
सदस्य गीता विश्वकर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी मामलों का समाधान जल्द किया जाए और 15 दिन के भीतर कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग को भेजी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी फोन नंबरों पर आने वाली कॉल्स का जवाब अनिवार्य रूप से दिया जाए और थानों व चौकियों में लगे सीसीटीवी कैमरे हमेशा चालू रहें। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी शिकायत को नजरअंदाज करने या लापरवाही करने पर आयोग सख्त कदम उठाएगा।
जनसुनवाई में सामने आए मामलों में प्रमुख थे – प्रकाश चंद्र की मृतक धनादेवी के इलाज के दौरान मौत के मामले में जांच की मांग, सचिन केसरवानी की अवैध कब्जे और अभद्रता से जुड़ी शिकायत, दीपमाला द्वारा पति की मौत को एक्सीडेंट दिखाने पर जांच की मांग, और पूजा मोदनवाल की अपने और बच्चों के साथ हो रही प्रताड़ना की शिकायत।
आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ सुना जाए। किसी भी लापरवाही या शिथिलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी युवराज सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। गीता विश्वकर्मा ने भरोसा दिलाया कि आयोग का उद्देश्य पीड़ित महिलाओं तक न्याय पहुँचाना है और किसी को न्याय पाने के लिए भटकना न पड़े।