प्रयागराज न्यूज डेस्क: केपी इंटर कॉलेज, जो देश को दो भारत रत्नों और कई प्रमुख नेताओं जैसे राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा और मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा जैसे हस्तियों को देने वाला प्रतिष्ठित संस्थान है, अब एक नई पहचान की ओर बढ़ रहा है। इस कॉलेज को योगी आदित्यनाथ सरकार के महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अलंकार के तहत चुना गया है, जिसके तहत एक करोड़ रुपये खर्च कर कॉलेज की ऐतिहासिक प्रयोगशालाओं, भवनों और मार्गों का कायाकल्प किया जाएगा। यह कॉलेज, जो 150 साल पुराना है, संगमनगरी में ज्ञान का अदृश्य स्रोत रहा है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनेगा।
केपी इंटर कॉलेज ने भारतीय समाज को महान विभूतियों से नवाजा है, जिनमें पंडित मदन मोहन मालवीय और राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन जैसे भारत रत्न शामिल हैं। इसके अलावा, महर्षि महेश योगी जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत, हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध आलोचक बालकृष्ण भट्ट, और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. ताराचंद्र जैसे कई नामी शख्सियतें इस कॉलेज से जुड़ी रही हैं। इस कॉलेज की गौरवपूर्ण यात्रा में अनेक विद्वानों और नेताओं ने अपनी शिक्षा पूरी की है, जिससे यह संस्थान एक ऐतिहासिक धरोहर बन चुका है।
केपी इंटर कॉलेज की स्थापना 150 साल पहले 1873 में बहादुरगंज मोहल्ले में सात विद्यार्थियों से की गई थी। इसके संस्थापक मुंशी काली प्रसाद कुलभाष्कर ने वकालत छोड़कर शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया और 13 वर्षों तक बच्चों को पढ़ाया। 1888 में इस कॉलेज को कोलकाता विश्वविद्यालय से मान्यता मिली और 1894 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त हुई। इस कॉलेज ने न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि राष्ट्रीय नेताओं और विद्वानों की एक लंबी परंपरा भी स्थापित की।