प्रयागराज न्यूज डेस्क: ‘इंस्टीट्यूशन बिल्डर’ के रूप में पहचानी जाने वाली प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज इंडिया (नासी), प्रयागराज की एकमात्र महिला अध्यक्ष, प्रो. मंजू शर्मा का निधन हो गया। गुरुवार तड़के 3:30 बजे उन्होंने एम्स, दिल्ली में अंतिम सांस ली। प्रो. शर्मा काफी समय से अस्वस्थ थीं और पिछले पांच दिनों से एम्स में भर्ती थीं।
बीएचयू के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय की नातिन प्रो. मंजू शर्मा ने लखनऊ विश्वविद्यालय से 1961 में जंतु विज्ञान में एमएससी की पढ़ाई पूरी की थी, इसके बाद उन्होंने अमेरिका के पर्ड्यू विश्वविद्यालय से बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
13 फरवरी, 1940 को कानपुर में जन्मी प्रो. मंजू शर्मा विवाह के बाद इलाहाबाद में बस गईं। उनके पति, प्रो. विनोद प्रकाश शर्मा, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जंतु विज्ञान विभाग के शिक्षक थे और मलेरिया अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी माने जाते थे।
प्रो. शर्मा का योगदान नीति-निर्माण और संस्था-निर्माण में अमूल्य रहा है। उनका प्रभाव विशेष रूप से नासी के भीतर गहरा है, जहां उनकी प्रतिबद्धता ने आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया और वैज्ञानिक समुदाय में एक स्थायी छाप छोड़ी है।
प्रो. मंजू शर्मा 1995-96 में नासी की अध्यक्ष रहीं और 2009 से 2013 तक महासचिव का कार्यभार संभाला। 2007 में उन्हें भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया। विवाह के बाद इलाहाबाद आईं प्रो. शर्मा नासी से जुड़ीं और उनके नेतृत्व में नासी की बिल्डिंग का विस्तार हुआ। उन्होंने योजना आयोग में सलाहकार की भूमिका भी निभाई।