प्रयागराज न्यूज डेस्क: माफिया अतीक अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले जैद खालिद का नाम भी अब एक नए मामले में आ गया है। अपना दल (एस) के विधायक वाचस्पति के साथ जैद को भी जमीन के एक विवादित सौदे में नामजद किया गया है। आरोप है कि बमरौली निवासी जैद खालिद ने अपने भाई जसीम और अन्य साथियों के नाम पर वाचस्पति से जमीन का बैनामा कराया था। इस दौरान अतीक अहमद के गुर्गे लगातार अवैध कब्जे करवाते रहे। विरोध करने पर रंगदारी मांगी गई और जानलेवा हमला भी किया गया। कोर्ट के आदेश पर धूमनगंज पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी आरोपितों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने की प्रक्रिया चल रही है।
एफआईआर के अनुसार, अतीक गैंग के सदस्य फहीम और उदय यादव ने 2017 में किसान शाह फैसल की जमीन पर कब्जा करना शुरू किया था। जब पीड़ित ने इसकी शिकायत की, तो जमीन को चिह्नित किया गया, लेकिन इसके बावजूद जबरन कब्जा करने की कोशिश जारी रही। बातचीत के नाम पर 2018 में धोखे से जमीन का बैनामा उदय यादव के नाम करवा दिया गया। बिना किसी भुगतान के चेक दिखाकर सौदा किया गया, जबकि उस समय छह साल के शाह फैसल का बैंक खाता भी नहीं था। जब इस गलत तरीके से हुई सौदेबाजी का विरोध किया गया, तो पीड़ित के मकान पर बम से हमला किया गया।
पुलिस के मुताबिक, विधायक वाचस्पति, उदय यादव, फहीम, अरविंद केसरवानी, प्रमोद केसरवानी, जैद, जसीम अहमद, अमित शुक्ला, विकास सिंह समेत एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के दौरान पता चला कि जमीन को लेकर ये सभी लोग आपस में जुड़े हुए थे। पुलिस अब वैज्ञानिक और अन्य सबूतों के आधार पर मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है। दिलचस्प बात यह है कि जैद खुद अतीक अहमद के खिलाफ मामला दर्ज करा चुका है। बताया जाता है कि जब अतीक देवरिया जेल में बंद था, तब उसने जैद खालिद को अगवा कर उसकी बेरहमी से पिटाई करवाई थी। बाद में जब लखनऊ के एक प्रॉपर्टी डीलर की देवरिया जेल में पिटाई का मामला सामने आया, तब जैद ने भी हिम्मत जुटाकर अतीक और उसके गुर्गों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।