प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज के इसौटा गांव में 13 अप्रैल को दलित युवक देवी शंकर की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि देवी शंकर, अवधेश सिंह उर्फ डीएम के परिवार की एक लड़की से फोन पर बातचीत करता था, जिससे नाराज होकर यह खौफनाक साजिश रची गई।
12 अप्रैल की रात आरोपी दिलीप सिंह उर्फ छुट्टन, देवी शंकर को घर से बुलाकर शराब पार्टी में ले गया। वहां शराब पीने के बाद लड़की से बातचीत को लेकर बहस शुरू हो गई, जो करीब 5 घंटे तक चली। इसके बाद सभी आठों आरोपियों ने मिलकर देवी शंकर की बेरहमी से पिटाई की और उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश के कपड़े शराब में भिगोकर उसे आग लगा दी गई।
तेज हवा के कारण आग बुझ गई और लाश पूरी तरह जल नहीं पाई। 13 अप्रैल की सुबह अधजली लाश मिलने पर गांव में तनाव फैल गया। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने हत्यारों के घर पर तोड़फोड़ की और पुलिस को शव उठाने से भी दो घंटे तक रोके रखा।
पुलिस ने उसी रात जबरन अंतिम संस्कार करवा दिया, जिससे गुस्सा और भड़क उठा। 14 अप्रैल को प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की और दिलीप व अवधेश के खेतों में बनी 1.5 बीघा जमीन पर अतिक्रमण हटाया। दैनिक भास्कर की टीम जब गांव पहुंची तो वहां सन्नाटा और तनाव का माहौल था, परिजनों में ग़म और गुस्सा दोनों दिखा।