13 जून 2025 को एअर इंडिया के CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर कैम्पबेल विल्सन ने विमान दुर्घटना को लेकर अपना दूसरा आधिकारिक संदेश जारी किया। बीते 24 घंटों में यह उनकी दूसरी प्रतिक्रिया थी, जो इस बात को दर्शाता है कि यह घटना न सिर्फ तकनीकी विफलता थी, बल्कि भावनात्मक और मानवीय त्रासदी भी थी। अहमदाबाद से जारी अपने संदेश में उन्होंने न सिर्फ दुख जताया, बल्कि पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का भरोसा भी दिलाया।
घटनास्थल पर CEO पहुंचे, स्थिति को बताया हृदयविदारक
कैम्पबेल विल्सन ने कहा,
“मैं यह संदेश अहमदाबाद से साझा कर रहा हूं, जहां कल एअर इंडिया की फ्लाइट ए171, गैटविक के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुखद बात यह है कि मेरी पहली ब्रीफिंग के बाद अब यह पुष्टि हो गई है कि इस हादसे में 242 यात्री और चालक दल के 241 सदस्य, कुल 483 लोग, इस दर्दनाक हादसे में मारे गए हैं।”
विल्सन ने कहा कि उन्होंने स्वयं घटनास्थल का दौरा किया और जो दृश्य उन्होंने वहां देखा, वह दिल दहला देने वाला था। उन्होंने कहा, “एअर इंडिया परिवार इस दुख की घड़ी में पूरी तरह शोकाकुल है। हम सभी मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।”
तुरंत सहायता के लिए 100 सदस्यों की टीम तैनात
CEO ने जानकारी दी कि एअर इंडिया ने तत्काल कदम उठाते हुए लगभग 100 सदस्यों की एक सहायता टीम अहमदाबाद भेजी है, जिसमें 40 इंजीनियर्स और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। यह टीम घटनास्थल पर बचाव कार्य में प्रशासन की मदद कर रही है और पीड़ित परिवारों को जरूरी सहायता पहुंचा रही है।
उन्होंने बताया कि अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, गैटविक और लंदन में सहायता केंद्र (Help Centers) स्थापित किए गए हैं। इन सेंटरों से लगातार जानकारी दी जा रही है और मृतकों के परिजनों के साथ संपर्क बनाए रखा गया है।
टाटा समूह देगा 1 करोड़ रुपये की मदद
कैम्पबेल विल्सन ने अपने संदेश में एक और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने कहा,
“हमारी मूल कंपनी टाटा समूह ने घोषणा की है कि इस विमान हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज का पूरा खर्च भी टाटा समूह वहन करेगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो छात्र हॉस्टल में रह रहे थे और इस हादसे में प्रभावित हुए हैं, उनके लिए भी विशेष राहत और सहायता की व्यवस्था की जा रही है। विल्सन ने कहा कि एअर इंडिया इस कठिन समय में हर स्तर पर मानवता और ज़िम्मेदारी के साथ खड़ी रहेगी।
सरकारी जांच में सहयोग का वादा
एअर इंडिया के CEO ने सरकार द्वारा शुरू की गई जांच का भी समर्थन किया और स्पष्ट किया कि कंपनी हर तरह की जांच प्रक्रिया में सहयोग देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा,
“हमें यह मालूम है कि जांच पूरी होने में वक्त लगेगा, लेकिन हम सरकार की पारदर्शी जांच प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और उसका पूर्ण सहयोग करेंगे। हमारा उद्देश्य है कि जो भी खामियां सामने आएं, उन्हें भविष्य में फिर दोहराया न जाए।”
पीड़ितों के साथ खड़े रहने का भरोसा
कैम्पबेल विल्सन ने यह भी कहा कि एअर इंडिया केवल एक एयरलाइन नहीं, बल्कि लोगों के जीवन और भावनाओं से जुड़ी संस्था है। उन्होंने कहा,
“हम केवल एक सेवा प्रदाता नहीं हैं, हम एक जिम्मेदार परिवार हैं। हम इस हादसे से प्रभावित सभी लोगों के साथ खड़े हैं और जितना संभव हो सकेगा, उनकी मदद करेंगे।”
निष्कर्ष: एक CEO का मानवीय चेहरा
एअर इंडिया विमान हादसे के बाद कैम्पबेल विल्सन का यह भावनात्मक और जवाबदेही भरा संदेश यह दर्शाता है कि कंपनी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट रही है। इस त्रासदी में जहां पूरे देश में शोक की लहर है, वहीं एअर इंडिया की त्वरित प्रतिक्रिया और CEO का मानवीय दृष्टिकोण राहत और विश्वास का संदेश देता है।
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि तकनीकी जांच क्या खुलासे करती है, और क्या इस हादसे से भविष्य की उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। तब तक, देश शोक में डूबा है और उम्मीद कर रहा है कि इस त्रासदी के पीड़ितों को न्याय और सहायता मिले।