भारत मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इन दिनों लगातार चर्चा में हैं। हाल ही में वे 9 महीने बाद अंतरिक्ष से धरती पर सकुशल लौटीं, जिसके बाद दुनियाभर से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। इसी बीच, भारतीय उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी एक भावुक संदेश साझा किया है। उन्होंने नासा से लौटने पर सुनीता का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए, उनके साथ मुकेश अंबानी और वृंदा कपूर की एक दुर्लभ तस्वीर शेयर की है। यह फोटो लगभग दो साल पुरानी है, जब तीनों की मुलाकात अमेरिका में हुई थी।
नासा मिशन में 8 दिन से 9 महीने का सफर!
सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर ने 5 जून 2024 को नासा के क्रू-8 मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रा शुरू की थी। यह मिशन मूल रूप से केवल 8 दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते यह यात्रा 9 महीने लंबी हो गई। बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में आई खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हुई। इसके बावजूद, सुनीता और उनके साथी की सफल वापसी ने न सिर्फ नासा को बल्कि दुनियाभर के लोगों को राहत दी। इस समय सुनीता को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में फिर से खुद को ढालने के लिए कड़े रिहैब प्रोग्राम से गुजरना पड़ रहा है। लेकिन जल्द ही वे अपने परिवार से मिलेंगी और सामान्य जीवन में लौटेंगी।
आनंद महिंद्रा और सुनीता की मुलाकात का किस्सा!
आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर सुनीता के साथ एक फोटो शेयर की। उन्होंने बताया कि यह मुलाकात दो साल पहले वाशिंगटन डीसी में हुई थी। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर थे और भारत-अमेरिका हाई-टेक हैंडशेक कार्यक्रम का आयोजन चल रहा था।
महिंद्रा ने लिखा,
"मुकेश अंबानी, वृंदा कपूर और मैं अमेरिकी वाणिज्य सचिव के साथ चर्चा कर रहे थे। हम समूह शटल बस से चूक गए और उबर बुक करने की कोशिश कर रहे थे। तभी अचानक नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स से मुलाकात हो गई!"
आनंद महिंद्रा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि हमने उनसे पूछा था—"क्या हम उबर की जगह आपके अंतरिक्ष यान में सवारी कर सकते हैं?"
सुनीता की वापसी पर भावुक संदेश
आनंद महिंद्रा ने अपनी पोस्ट में सुनीता की वापसी को एक प्रेरणादायक पल बताया। उन्होंने लिखा—
"स्वागत है सुनीता! जब स्पेसएक्स रेस्क्यू मिशन शुरू हुआ, तो मुझे लगभग दो साल पहले वाशिंगटन में @Astro_Suni से हुई हमारी आकस्मिक मुलाकात याद आ गई। कुछ घंटे पहले उन्हें और उनके साथियों को पृथ्वी पर सकुशल लौटते देखना बहुत राहत देने वाला था। वे साहस और दृढ़ता का एक शानदार उदाहरण हैं।"
सुनीता विलियम्स की यह वापसी इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि वे जीरो ग्रैविटी में लंबा समय बिताने के बाद अब फिर से पृथ्वी के माहौल में खुद को ढाल रही हैं।
दुनिया भर में खुशी की लहर
सुनीता विलियम्स की सफल वापसी से दुनियाभर के अंतरिक्ष प्रेमियों, वैज्ञानिकों और भारतीयों में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके साहस, समर्पण और दृढ़ता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे आधुनिक युग की सबसे प्रेरणादायक अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं।
निष्कर्ष
सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी महज एक मिशन की सफलता नहीं, बल्कि एक साहसिक यात्रा का प्रतीक है। आनंद महिंद्रा और मुकेश अंबानी के साथ उनकी मुलाकात का यह दिलचस्प किस्सा भी यह दिखाता है कि विज्ञान, टेक्नोलॉजी और इंसानी रिश्ते किस तरह से एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।