मेरठ में हुए सौरभ राजपूत हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति की बेरहमी से हत्या कर दी और शव के टुकड़े-टुकड़े कर प्लास्टिक के ड्रम में भर दिया। यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि बिहार के औरैया जिले में भी ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यह मामला भी प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है, जिसमें महज 15 दिन पहले शादी करने वाली महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया।
बिहार के औरैया में दिलीप यादव हत्याकांड
बिहार के औरैया जिले में प्रगति यादव ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर शादी के 14 दिन बाद ही अपने पति दिलीप यादव की हत्या करवा दी। बताया जा रहा है कि प्रगति और अनुराग पिछले चार साल से रिलेशनशिप में थे और शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार के दबाव में प्रगति को दिलीप से शादी करनी पड़ी। यह शादी प्रगति के लिए किसी मजबूरी से कम नहीं थी, और इसी मजबूरी ने उसे एक खतरनाक अपराध की ओर धकेल दिया।
एक लाख की सुपारी देकर कराई हत्या
शादी के महज 15 दिन के भीतर ही प्रगति ने अपने पति की हत्या की साजिश रच डाली। सात फेरों के सात जन्मों का वादा चंद दिनों में ही खून से सने धोखे में बदल गया। दिलीप का शव खेत में मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। मृतक के भाई की शिकायत पर पुलिस ने जब जांच शुरू की, तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर दिलीप की हत्या की साजिश रची और इसके लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी थी।
हत्या की साजिश और पुलिस की कार्रवाई
जब पुलिस को हत्या की सूचना मिली, तो उन्होंने तुरंत मामले की गहन जांच शुरू कर दी। इस जांच में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी और उन्होंने प्रगति यादव, उसके प्रेमी अनुराग और उसके दोस्त रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल जब्त की है।
प्रेम त्रिकोण और खतरनाक साजिश
पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर. शंकर के अनुसार, यह हत्या पूरी तरह से प्रेम प्रसंग का नतीजा थी। आरोपी अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव और प्रगति यादव के बीच अवैध संबंध थे। प्रगति ने परिवार की मर्जी के खिलाफ दिलीप से शादी तो कर ली थी, लेकिन वह इस शादी से खुश नहीं थी। इसलिए, उसने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर अपने पति को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।
हत्या का तरीका और सबूतों की तलाश
हत्या की साजिश बेहद सुनियोजित तरीके से रची गई थी। पुलिस के मुताबिक, दिलीप की हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई थी, लेकिन जांच के दौरान पुलिस को कई ठोस सबूत मिले, जिससे यह साबित हो गया कि यह एक सोची-समझी हत्या थी।
क्या कहती है यह घटना?
मेरठ और औरैया में हुए इन दोनों मामलों ने यह साबित कर दिया है कि प्रेम प्रसंग अब केवल निजी मामलों तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि इनका अंजाम खतरनाक अपराधों तक जा रहा है। दोनों ही मामलों में प्रेमी-प्रेमिका ने अपनी नाजायज चाहत के चलते अपने वैवाहिक साथी की हत्या कर दी। यह घटनाएं समाज में नैतिक पतन और रिश्तों में बढ़ते स्वार्थ की ओर भी इशारा करती हैं।
निष्कर्ष
इस तरह की घटनाएं यह बताती हैं कि प्यार और शादी के नाम पर जबरन रिश्ते थोपना या फिर प्रेम में अंधे होकर अपराध की हदें पार करना, दोनों ही समाज के लिए घातक हो सकते हैं। पुलिस की मुस्तैदी के चलते आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन यह घटनाएं समाज को एक बड़ा संदेश देती हैं कि रिश्तों में पारदर्शिता और सहमति कितनी जरूरी है।